मेलबोर्न। मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ रविवार को यहां मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। अंतिम समाचार मिलने तक ऑस्ट्रेलिया के 4 ओवर में 37/0 रन हो गए थे। भारतीय महिला क्रिकेट टीम पहली बार टी20 विश्व कप टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है और खिताब के लिए उसका सामना एक ऐसी टीम से है जो चार बार चैंपियन और साथ ही 2009 में सेमीफाइनलिस्ट और 2016 में उपविजेता भी रह चुकी है।
भारतीय टीम इससे पहले तक अब तक तीन बार 2009, 2010 और 2018 में सेमीफाइनल में पहुंची थी। वल्र्ड नंबर-1 ऑस्ट्रेलिया ने विश्व रैंकिंग में चौथे नंबर पर काबिज भारतीय टीम से 31 मैचों में 26 मैच जीते हैं। हाल के समय में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छी शुरुआत की है और उसने टी20 विश्व कप 2020 संस्करण के पहले मैच में ही ऑस्ट्रेलिया को 17 रनों से मात दी थी। फाइनल में टॉस महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत को ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ एक मुश्किल लक्ष्य निर्धारित करना होगा।
टूर्नामेंट में भारतीय युवा खिलाड़ी बहुत अच्छी स्थिति में हैं, लेकिन सीनियर्स में कप्तान हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना को बड़ी जिम्मेदारी लेनी होगी। कप्तान हरमनप्रीत आज 31 साल की हो गईं और वे निश्चित रूप से अपने 31वें जन्मदिन को यादगार बनाना चाहेंगी। भारत के लिए पावर प्ले एक मिश्रित बैग रहा है। केवल एक बार भारत 50 रन की बाधा पार करने में सफल रहा है।