क्राइस्टचर्च। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का बल्ला न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खामोश रहा। कोहली रविवार को दो टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले की आखिरी पारी में भी रन बनाने में नाकाम रहे। 14 रन की पारी खेलकर कोहली अपना विकेट गंवा बैठे। यह लगातार दूसरी विदेशी सीरीज है जिसमें वो रन बनाने में फेल हुए।
लोग कहने लगे थे कि न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन की दोस्ती उन्हें कमजोर कर रही है। हालांकि रविवार को फैंस को कोहली का पुराना रूप देखने को मिला, वह भी उनके दोस्त केन विलियमसन के खिलाफ।
क्राइस्टचर्च में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन भारत ने शानदार शुरुआत करते हुए पहले ही सेशन में पांच विकेट हासिल कर लिए। उमेश यादव ने टॉम ब्लंडेल को एलबीडब्ल्यू करके भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद क्रीज पर आए केन विलियमसन जसप्रीत बुमराह का शिकार बने। बुमराह की गेंद पर विलियमसन पंत को कैच थमा बैठे। विलियमसन के आउट होते ही कप्तान कोहली काफी अग्रेशन में दिखे। वह लगातार चिल्लाते दिख रहे थे और काफी गुस्से के अंदाज में विकेट का जश्न मना रहे थे। वह दर्शकों की ओर भी गए और उंगली दिखाते हुए गुस्से में कुछ कहते दिखे।
वहीं विराट कोहली के न्यूजीलैंड में खराब प्रदर्शन से न्यूजीलैंड की टीम बेहद खुश नजर आई। न्यूजीलैंड के सीनियर तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने रविवार को दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन कहा कि विराट कोहली जैसे विश्व स्तरीय बल्लेबाज को दबाव में आकर गलतियां करते हुए देखना काफी अच्छा था।
मेजबानों ने पूरी टेस्ट श्रृंखला में खतरनाक कोहली को बड़ी पारी नहीं खेलने दी जो अपनी चार पारियों में 20 रन के स्कोर तक भी नहीं पहुंच सके। बोल्ट से जब पूछा गया कि कोहली को रोके रखने का राज क्या है तो उन्होंने कहा, 'कोहली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं, इसमें कोई शक नहीं। उन्होंने कहा कि उनकी टीम की रणनीति बाउंड्री गेंद सीमित संख्या में डालकर कोहली को दबाव में लाने की थी। बोल्ट ने कहा, 'निश्चित रूप से वह इन्हें बहुत बढ़िया तरीके से खेलते हैं और हमने उन पर काफी दबाव बनाने की कोशिश की, इन बाउंड्री गेंद को कम रखकर उसके बल्ले को चुप रखा और उसे कुछ गलतियां करते हुए देखना अच्छा था।