मुंबई। पहली बार भारतीय दौरे पर गई पाकिस्तानी टीम के सदस्य रहे वकार हसन का सोमवार को यहां 87 साल की उम्र में निधन हो गया। हसन 1952 में भारत दौरे पर गई पाकिस्तानी टीम के आखिरी जीवित बचे खिलाड़ी थे। वह 1954 में इंग्लैंड और 1955-56 में वेस्टइंडीज के दौरे पर भी गए थे।
12 सितम्बर 1932 में अमृतसर में जन्मे वकार ने 1952 में पाकिस्तान की पहली टेस्ट टीम के साथ भारत दौरा किया था। इस टीम ने भारत के साथ नई दिल्ली मे अक्टूबर 1952 में पहला टेस्ट मैच खेला था। उस सीरीज में वकार ने दिल्ली टेस्ट में 8 व 5, लखनऊ टेस्ट में 23, मुम्बई टेस्ट में 81 एवं 65, चेन्नई टेस्ट में 49 और कोलकाता टेस्ट में 29 व 97 रनों की पारी खेली थी। वकार उस टीम का भी हिस्सा थे, जिसने 1954 में द ओवल मैदान पर इंग्लैंड को 24 रनों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
वकार ने पाकिस्तान के लिए कुल 21 टेस्ट खेले और 1,071 रन बनाए। 1959 में उनका करियर खत्म हुआ।वकार ने टेस्ट मैचों में सिर्फ एक शतक (189) लगाया था और यह शतक अक्टूबर 1955 में न्यूजीलैंड के खिलाफ लाहौर में लगाया था। यह पारी उस समय पाकिस्तान के लिए एक रिकॉर्ड थी, लेकिन अगले ही दिन इम्तियाज अहमद ने 208 रन बनाकर यह रिकॉर्ड तोड़ दिया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अहसान मनी ने वकार के इंतकाल पर दुख व्यक्त किया है। वकार ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद प्रशासनिक पदों पर काम किया। वह 1982-83 में पीसीबी की नेशनल सेलेक्शन कमेटी के अध्यक्ष बने थे।