नई दिल्ली। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को राज्य सभा में कहा कि सरकार के उपायों से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की स्थिति में सुधार हो रहा है और उनकी गैर निष्पादित सम्पत्ति काफी कम हुई है। ठाकुर ने एक अनुपूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि बैंकों में सुधार के लिए किये गये अनेक उपायों और धन शोधन एवं दिवाला संहिता कानून के लाये जाने के बाद से बैंकों का एनपीए काफी कम हुआ है। इससे ऋण वसूली में गति आयी है। उन्होंने बताया कि 2018 में बैंकों की कुल एनपीए 8.96 लाख करोड़ रुपये थी जो दिसम्बर 2020 में घटकर छह लाख करोड़ रुपये से कम हो गयी है। उन्होंने बताया कि सरकार के उठाये गये कदमों से बैंकों के कामकाज में पारदर्शिता आयी है। बैंक घोटाले कम हुए हैं। लोगों को अधिक ऋण मिल रहे हैं। बैंक फायदे में आ गये हैं।