नई दिल्ली। वाधवानी एडवांटेज ने ऑटोमोटिव और औद्योगिक वर्गों को विशेष रूप से समर्पति एक नया एक्सीलेरेशन प्रोग्राम शुरू किया है जिसका लक्ष्य कारोबारी उद्यमियों के लिए ऐसे समाधान पेश करना है जो ‘डू-इट-योरसेल्फ’ (डीआईवाई या खुद करें) डिस्कवरी और बिजनेस सोल्यूशन किट तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता वाले ऑटोमेटेड लॉजिक और पर्सनलाइज्ड हस्तक्षेप के उपयोग से अन्य ज्ञान संसाधनों के जरिए विकास की उनकी संभावनाओं को अधिकत्तम करे। वाधवानी एडवांटेज की पेशकशें उच्च गुणवत्ता वाले हस्तक्षेप हैं जो कोई पैसे नहीं लेते।
क्यूरेटेड सलाहकार बहुत कम पैसों में यह काम करेंगे या आवश्यकता पड़ने पर सफलता आधारित शुल्क लेंगे ताकि कारोबारों को बदलाव की उनकी यात्रा पूरी करने में सहायता कर सकें और वाधवाणी एडवांटेज द्वारा प्रमाणित किए जा सकें। यह कार्यक्रम एक अग्रणी भूमिका निभाता है और विकास व रोजगार के परिणाम द्रुत नतीजों के रूप में देता है। इस पेशकश के बारे में बताते हुए वाधवानी एडवांटेज और वाधवानी फाउंडेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष समीर साठे ने कहा, ‘‘इस प्रोग्राम के जरिए हम स्वामियों, सर्वोच्च प्रबंधन और प्रमुख कामकाजी मुखियाओं के सशक्तिकरण का लक्ष्य रखते हैं ताकि डाटा के उपयोग से अच्छे कारोबारी निर्णय ले सकें।
कामयाबी और बने रहने के लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षमता है। अच्छी तरह जुड़े हमारे उत्साही कंसलटैंट उद्यमियों और कार्यात्मक प्रमुखों की की सहायता करते हैं ताकि औद्योगिक शक्ति वाले इस टूल का उपयोग अपने लाभ के लिए कर सकें और अपना प्रदर्शन अधिकत्तम करें और मिलकर अपने संगठन को उद्योग में चुनौती देने वाला या लीडर बनने में सहायता करें।’’