नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद ने जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) के लिए सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी इंफोसिस को जुलाई 2020 तक इसको दुरूस्त करने और नेटवर्क पर ट्रैफिक वहन की क्षमता को दोगुना कर तीन लाख करने के लिए कहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में शनिवार को यहां हुयी परिषद की 39वीं बैठक में इंफोसिस की ओर से उपस्थित नंदन निलेकणी को यह काम करने के लिए कहा गया।
बैठक की शुरूआत में निलेकणी ने जीएसटीएन पर एक प्रस्तुति दी जिसमें राज्यों के वित्त मंत्रियों ने अपने अपने सवाल पूछे। निलेकणी ने जनवरी 2021 तक जीएसटीएन को दुरूस्त करने की बात कही जिस पर परिषद ने उन्हें जुलाई 2020 तक इस काम को पूरा करने के लिए कहा। इसके लिए कुशल कामगारों की संख्या भी बढ़ाने के लिए कहा गया है।
निलेकणी ने इस काम की स्वयं निगरानी करने और इस संबंध में गठित मंत्रियों के समूह के साथ मिलकर काम करने की बात कही। वित्त मंत्री ने कहा कि निलेकणी से परिषद की अगली तीन बैठकों में उपस्थित होने और इस संबंध में जानकारी देने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही जीएसटी से जुड़ी शिकायताओं आदि का काम देख रही आईटी कंपनी टेक महिंद्रा से भी तालमेल कर शिकायतों को दूर करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि नये जीएसटी रिटर्न सिस्टम को सुचारू तरीके से क्रियान्वित करने और करदाताओं को आ रही कठिनाइयों को दूर करने के लिए भी इंफोसिस से कहा गया है। हालांकि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से आईटी हार्डवेयर को प्राप्त करने में कुछ कठिनाइयां आ रही है।