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पत्नी का कत्ल, पैकेट में लाश...जाली नोटों के रैकेट की जांच में हुआ एक खूनी वारदात का खुलासा

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Mar 10 2023 1:42PM | Updated Date: Mar 10 2023 1:42PM
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बिलासपुर। पुलिस को खबर मिली कि शहर में कुछ लोग नकली नोटों का धंधा कर रहे हैं। इसी के बाद छानबीन शुरू होती है और पुलिस का शक एक ऐसे शख्स पर जाता है जो शहर में फोटोग्राफी की दुकान चलाता है। पुलिस उस शख्स के घर पर छापेमारी करती है। जब पुलिस उसके घर में दाखिल होती है तो वहां छत पर एक सफेद पानी की टंकी दिखाई देती है। पुलिस जब उसे खोलती है तो उसके अंदर नकली नोट तो नहीं मिलते, लेकिन एक महिला की लाश जरूर मिल जाती है और वह भी 6 टुकड़ों में कटी हुई। वो पॉलिथीन का एक एयरटाइट पैक था। जिसे देखकर किसी को भी उसके कूरियर पैकेट होने का धोखा हो सकता है। लेकिन जब उस पैकेट की सच्चाई पता चली तो कई लोगों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। जी हां, डक्ट टेप और प्लास्टिक के उस एयरटाइट पैकेट में कोई सामान नहीं, बल्कि एक इंसान की लाश बंद थी और वो भी छह टुकडों में बंटी हुई। छत्तीसगढ़ के औद्योगिक शहर बिलासपुर से आई इस रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी को जिसने भी सुना वो सन्न रह गया। एक बारगी हर किसी को छह टुकड़ों में बंटी इस लाश की कहानी ने दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस की याद दिला दी।

अब सवाल ये था कि एयरटाइट प्लास्टिक के पैकेट में वो लाश आखिर किसने पैक की? वो लाश किसकी थी? उसका क़त्ल किसने किया? और सबसे अहम ये कि कातिल आखिर लाश को इस तरह पैक कर उसे कहां छुपाना चाहता था? तो बिलासपुर की पुलिस ने इस पैकेट के मिलने के साथ ही जब इस मामले की जांच आगे बढ़ाई, तो एक-एक कर इस चौंकानेवाली साजिश की दिमाग घुमाने वाली सच्चाई सामने आती चली गई। बिलासपुर पुलिस की एंटी क्राइम साइबर यूनिट को इस दिन एक अहम इत्तिला मिली थी। मुखबिरों ने पुलिस को बताया था कि शहर के उसलापुर इलाके के एक मकान में कुछ लोग जाली नोटों को कारोबार करते हैं। ये ना सिर्फ नकली नोट बाजार में चलाते हैं, बल्कि खुद ही उस मकान में जाली नोट छापते भी हैं। ये बड़ी अजीब और अहम जानकारी थी क्योंकि नकली नोटों के मामले में ज्यादातर यही देखा जाता है कि धंधेबाज जाली नोट सरहद पार से मंगवा कर उन्हें भारत में चलाने की कोशिश करते हैं। इस खबर पर पुलिस ने उसलापुर इलाके के इस मकान में दबिश दी। लेकिन छापेमारी के साथ ही पुलिस को जिस बात ने सबसे ज्यादा हैरान किया, वो थी मकान से आ रही एक अजीब सी बदबू।

पुलिस को छापेमारी के दौरान नकली नोट छापने की एक मशीन, जाली नोटों की खेप, खास किस्म के कुछ पेपर और दूसरे साजो-सामान तो मिले ही, मकान से जैसी बदबू आ रही थी उसने पुलिसवालों को काफी बेचैन कर दिया। पुलिस इस मकान में रहनेवाले पवन सिंह ठाकुर को जाली नोट के सिलसिले में पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। लेकिन जब पुलिस ने उससे मकान से आ रही बदबू के बारे में पूछताछ की, तो उसने पुलिस को घुमाने की कोशिश की। शक होने पर पुलिस ने पूरे मकान की तलाशी लेने का फैसला किया। मकान के अंदर से पुलिस को ऐसी कोई संदिग्ध चीज तो नहीं मिली, लेकिन जैसे ही पुलिस ने मकान की छत पर जाकर जांच करने का फैसला किया, पुलिस को वहां और तेज बदबू महसूस हुआ। कायदे से एक खुली जगह होने की वजह से वहां पुलिस को बदबू कम आनी चाहिए थी। ऐसे में पुलिस ने छत पर मौजूद पानी की टंकियों की जांच करने का निर्णय किया। पुलिस ने एक-एक कर जैसे ही पानी की टंकियां चेक की, सफेद रंग की एक टंकी में पुलिस को एक चौंकानेवाली चीज नजर आई। ये चीज दरअसल एक सील बंद पॉलिथीन का पैकट था, जिसे बिल्कुल एयरटाइट तरीके से डक्ट टेप से पैक किया गया था। हालांकि इतने सफाई और एहतियात से पैक किए जाने के बावजूद इस पैकेट से भयानक बदबू आ रही थी।

अब पुलिस पवन सिंह ठाकुर पर शिकंजा कसती है। उसके पास भी अब और झूठ बोलने की गुंजाइश नहीं बची थी। ऐसे में उसने ना सिर्फ इस पैकेट का राज़ खोल दिया, बल्कि पुलिस को पैकेट के पीछे की कहानी भी सुना दी। उसने बताया कि इस पैकेट में दरअसल उसकी बीवी सती साहू की लाश बंद है। छह टुकडों में बंटी हुई लाश। पवन ने पुलिस को बताया कि वो अपनी बीवी का कत्ल तो करीब दो महीने पहले ही कर चुका था, लेकिन सही मौका नहीं मिल पाने की वजह से वो अब तक सती की लाश को ठिकाने नहीं लगा सका। हालांकि उसने बदबू को फैलने से रोकने के लिए लाश को टुकड़ों में बांट कर इस पैकेट में बिल्कुल एयरटाइट तरीके से पैक कर दिया था। इस रोज पवन और उसकी पत्नी सती घर में अकेले थे। पवन ने अपने दोनों बच्चों को पहले ही उनके दादा-दादी के घर भिजवा दिया था। असल में पवन और सती ने अब से कोई दस साल पहले लव मैरिज की थी लेकिन जैसे-जैसे साल गुजरते गए, दोनों की मैरिज से लव गायब होता चला गया। पवन को शक था कि उसकी बीवी किसी और शख्स के साथ मिलती-जुलती है। पवन ने इसी मसले पर कई बार सती से बातचीत की थी। उसे समझाने-बुझाने की भी कोशिश की थी। लेकिन पवन की मानें तो सती अपनी आदतों से पीछे हटने को तैयार नहीं थी और ऐसे में उसने सती की जान लेने का फैसला कर लिया। 6 जनवरी की सुबह 6 बजे उसने सती की तब गला घोंट कर हत्या कर दी, जब वो गहरी नींद में सो रही थी। लेकिन कत्ल के बाद अपनी बीवी की लाश को ठिकाने लगाना एक बड़ी चुनौती थी। ऐसे में उसने लाश ठिकाने लगाने से पहले उसे छिपाने का इंतजाम किया।

जैसे ही दुकानें खुली, वो बाहर जाकर एक पानी की टंकी, स्टोन कटर मशीन, पॉलिथीन के पैकेट, टेप और दूसरी जरूरी चीजें खरीद कर लाया। घर में कोई और तो था नहीं, वो दरवाजा बंद कर आराम से लाश को ठिकाने लगाने की तैयारियों में लग गया। पवन ने सबसे पहले स्टोन कटर मशीन से अपनी बीवी सती के हाथ-पैर काट कर अलग किए और फिर उसे जलाने की कोशिश की। लेकिन जल्द ही उसे अहसास हो गया कि अगर उसने लाश के टुकडों को जलाने की कोशिश की तो उससे उठती गंध से जल्द ही उसका भांडा फूट जाएगा। इसके बाद उसने लाश को अलग-अलग टुकडों में काट कर उन्हें पैक करने का इरादा कर लिया। अब पवन ने एक-एक कर उसके हाथ-पांव, सिर वगैरह काट कर अलग कर लिए और इस तरह छह अलग-अलग टुकडों में लाश को काट कर उसे अच्छी तरह से पॉलिथीन के पैकेट में पैक कर दिया। पैकेट से बदबू बिल्कुल बाहर न आ सके, इस बात का ख्याल रखते हुए उसने सेलो टेप और डक्ट टेप से उसे तकरीबन सील पैक कर दिया। और तो और, उसने लाश छिपाने के लिए अपने घर को नहीं बल्कि घर की छत को चुना जहां उसने एक पानी की टंकी में लाश से भरा पैकेट रख कर उसे ऊपर से बंद कर दिया। लेकिन सितम देखिए कि इतने जतन करने के बावजूद लाश से बदबू आती रही और इस बदबू ने ही उसे पकड़वा दिया।

पवन सिंह ठाकुर ने पुलिस को बताया कि उसकी अपनी पत्नी सती से उसके रिश्तों को लेकर अक्सर लड़ाई हुआ करती थी। वो पवन के नकली नोटों के कारोबार में भी अड़चन डाला करती थी। ऐसे में उसने सती की हत्या करने का फैसला कर लिया। उसने अपने बच्चों को पहले अपने गांव में छोड़ा और फिर सती की जान ले ली। इसके बाद उसने अपने बच्चों से लेकर जो भी नाते-रिश्तेदार उससे मिले, सभी को उसने सती के घर से भाग जाने की कहानी सुना दी। सती साहू के घरवालों ने पुलिस को बताया है कि पिछले कई महीनों से सती से बात नहीं हो पाने पर उन्होंने पवन सिंह से भी पूछताछ की थी, लेकिन हर बार पवन ने उन्हें सती के किसी के साथ भाग जाने की बात कही। 15 रोज़ पहले सती की बहन सीता का बेटा भी अपनी मौसी से मिलने गया था, लेकिन पवन ने वही बात दोहराई थी। पवन ने पुलिस को बताया है कि वो लाश को टंकी से निकाल कर कहीं बाहर फेंकना चाहता था लेकिन पडोस के एक मकान में कंस्ट्रक्शन चल रहा था और वहां दिन भर लोगों की मौजूदगी रहती थी। ऐसे में उसे लाश ठिकाने लगाने का मौका ही नहीं मिला। अब जाली नोटों के रैकेट का खुलासा करने पहुंची पुलिस ने एक भयानक कत्ल के मामले का भी खुलासा कर दिया था। पवन के जाली नोटों के कारोबार के बारे में पुलिस ने बताया कि उसने जाली नोट छापने के लिए बाकायदा इसकी ट्रेनिंग तक ली थी। नोट छापने के लिए वो खास किस्म के पेपर का इस्तेमाल करता था और ये वे पेपर को खास तौर पर बेंगलुरु से ऑनलाइन परचेज करता था। पुलिस ने उसके घर से नोट छापने की मशीन, पेपर और दूसरे साजो सामान के साथ कुछ जाली नोट भी बरामद किए हैं। पुलिस फिलहाल इस रैकेट से जुडे दूसरे लोगों की भी तलाश कर रही है। 

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