जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर विश्वविद्यालय में अध्ययनरत कुछ विद्यार्थियों का नाम प्रावीण्य सूची में जारी करने के मामले में कथित अनियमितताएं सामने आयी हैं। इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलसचिव वी के पाठक ने बताया कि पहले जो प्रावीण्य सूची जारी की गयी थी, उसमें प्रायोगिक परीक्षा के अंक नहीं जोड़े गए थे। इस मामले की शिकायत आने के बाद राज्य के एक अन्य प्रतिष्ठित पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से मार्गदर्शन मांगा गया। इसके बाद संशोधित प्रावीण्य सूची जारी की गयी।
कुलसचिव का कहना है कि जिन परीक्षार्थियों के साथ ऐसा हुआ, उसके लिए हमें खेद भी है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पहले एक छात्रा को बताया गया कि उसे स्वर्ण पदक दीक्षांत समारोह में प्रदान किया जाएगा। कुछ समय पहले अचानक उसे बताया गया कि अब उसके स्थान पर किसी अन्य विद्यार्थी को स्वर्ण पदक दिया जाएगा। इसी तरह कुछ अन्य विद्यार्थियों के साथ भी हुआ।