नई दिल्ली । वेदांता-फॉक्सकॉन का गुजरात में स्थापित होने वाला सेमीकंडक्टर संयंत्र इलेक्ट्रोनिक समानों के आयात को कम करते हुए सीधे तौर पर एक लाख नौकरियां उपलब्ध कराएगा। कंपनी इस परियोजना पर 1.54 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह जानकारी वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने मंगलवार को दी। वेदांता ने अपने विशाल चिप-निर्माण संयंत्र के लिए गुजरात को चुना है। अग्रवाल ने एक ट्वीट में कहा, “यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि वेदांता-फॉक्सकॉन का सेमीकंडक्टर संयंत्र गुजरात में स्थापित होगा। वेदांता का 1.54 लाख करोड़ रुपये का एतिहासिक निवेश भारत के आत्मनिर्भर सिलिकॉन वैली को वास्तविकता देगा।” उद्योगपति ने कहा कि प्रस्तावित परियोजना भारत में एक मजबूत विनिर्माण आधार बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को पूरा करने में मदद करेगी।
उन्होंने कहा, “यह हमारे इलेक्ट्रोनिक समानों के आयात को कम करेगा और सीधे तौर पर एक लाख कौशल से जुड़ी नौकरियां प्रदान करेगा।” उन्होंने कहा कि भारत अपनी सिलिकॉन वैली की राह पर एक कदम अग्रसर है। अग्रवाल ने कहा, “भारत सिर्फ अपने देश के लोगों की डिजिटल जरूरतों को ही नहीं पूरा करेगा बल्कि दूसरे देशों को भी सेवा प्रदान करेगा। चिप लेने से आगे बढ़ते हुए चिप बनाने की यात्रा आधिकारिक रूप से शुरू हो गयी है।'