मुंबई। सोमवार सुबह अदाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में 20 फीसदी तक की जबरदस्त गिरावट आ गई। वजह यह है कि इन कंपनियों में निवेश करने वाले तीन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के एकाउंट एनएसडीएल ने फ्रीज कर दिए हैं। ये एफपीआई हैं अलबुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड। अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी टोटल गैस में इनकी हिस्सेदारी की वैल्यू करीब 43,500 करोड़ रुपए है। एकाउंट फ्रीज करने का मतलब है कि ये फंड न तो नए शेयर खरीद सकते हैं, न अपने पास पड़े शेयर बेच सकते हैं।
इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कस्टोडियन आमतौर पर इस तरह की कार्रवाई से पहले अपने ग्राहकों को चेतावनी देते हैं। लेकिन अगर फंड जवाब नहीं देता है या अनुपालन करने में विफल रहता है, तो खातों को फ्रीज किया जा सकता है। अकाउंट फ्रीज होने का मतलब है कि फंड न तो मौजूदा सिक्योरिटीज को बेच पायेंगे और न ही कोई नयी सिक्योरिटीज खरीद पायेंगे।
एनएसडीएल, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) और अदानी समूह को भेजे गये ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला। अल्बुला, क्रेस्टा और एपीएमएस किसी भी प्रकार का संवाद नहीं किया। तीनों फंड सेबी के पास विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के रूप में पंजीकृत हैं और मॉरीशस से बाहर हैं। संस्थाएं, जो पोर्ट लुइस में एक ही पते पर पंजीकृत हैं और जिनके पास वेबसाइट नहीं है।
खबर के अनुसार तीनों एफपीआई मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुई के एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं। इनकी कोई वेबसाइट भी नहीं है। इन तीनों की होल्डिंग अदाणी एंटरप्राइजेज में 6।82%, अदाणी ग्रीन एनर्जी में 3।58%, अदाणी ट्रांसमिशन में 8।03% और अदाणी टोटल गैस में 5।92% है। इस होल्डिंग की मौजूदा वैल्यू (शेयर गिरने से पहले) 43,500 करोड़ रुपये है।
सोमवार सुबह अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 20 फीसदी तक गिर गए थे। हालांकि उसके बाद इसमें कुछ सुधार आया। करीब 11 बजे शेयर 14 फीसदी नीचे थे। अदाणी ग्रीन, अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी गैस 5 फीसदी लुढ़क गए, जो उनका लोअर सर्किट है। यानी एक दिन में ये शेयर इससे अधिक नीचे नहीं जा सकते। अदाणी ग्रुप के शेयर एक साल में करीब 1,000 फीसदी तक चढ़े हैं। खबरों के मुताबिक सेबी यह जांच कर रहा है कि इसके पीछे कोई खेल तो नहीं।