रायबरेली। उत्तर प्रदेश में रायबरेली के ऊंचाहार इलाके में मौजूद एनटीपीसी ने वित्त वर्ष 2020-21 में शानदार प्रदर्शन करते हुए बिजली उत्पादन में 4.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। एनटीपीसी द्वारा आज यहां जारी विज्ञप्ति में समूह ने वित्त वर्ष 2020-21 में अपनी अब तक की सबसे अधिक 314 बिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 8.2 फीसदी की वृद्धि है। स्वायत्त आधार पर, एनटीपीसी इकाइयों ने वित्त वर्ष 2020-21 में 270.9 बिलियन यूनिट उत्पन्न किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4.3 फीसदी की वृद्धि है। एनटीपीसी समूह ने 1192.42 एमयू (ग्रुप) और 990.65 एमयू (एनटीपीसी) की अब तक की सबसे अधिक एकल दिन की बिजली उत्पत्ति दर्ज की। कोयला संयंत्रों ने 91.43 फीसदी के अवेलेबिलिटी फैक्टर के साथ 66 फीसदी का पीएलएफ दर्ज किया। विज्ञप्ति के अनुसार ऊंचाहार की पहली यूनिट की नींव चार दशक पूर्व रखी गई तथा एनटीपीसी द्वारा इसका अधिग्रहण 13 फरवरी 1992 को किया गया । पिछले वित्तीय वर्ष में ऊंचाहार की सभी यूनिट संयंत्रों ने 91.68 फीसदी के अवेलेबिलिटी फैक्टर के साथ 53 फीसदी का पीएलएफ दर्ज किया। ऊंचाहार ने वित्त वर्ष 2020-21 में 7156.78 मिलियन यूनिट उत्पन्न किया, जो एमओयू टार्गेट की तुलना में 12 फीसदी ज्यादा है। ऊंचाहार परियोजना ने अपने सोलर प्लांट से 14.20 मिलियन यूनिट उत्पन्न किया ’ ऊंचाहार परियोजना का इतना शानदार प्रदर्शन, बिजली संयंत्रों और एनटीपीसी सिस्टम के संचालन और रखरखाव में इंजीनियरों की विशेषज्ञता का प्रमाण है। पहली बार, वित्तीय वर्ष 2020-21 में डिस्कॉम से एनटीपीसी ऊर्जा बिलों की वसूली एक लाख करोड़ रुपए हुई है और बकाए की सौ फीसदी प्राप्ति हुई। कोविड महामारी के बीच जहां हर तरफ सन्नट्टा था लेकिन एनटीपीसी ऊंचाहार ने ‘‘ न रुके थे हम और न रुकेंगे हम ‘‘ की रणनीति के साथ अपने पूंजीगत व्यय का 100 प्रतिशत से भी ज्यादा का उपयोग किया । ऊंचाहार परियोजना ने राख उपयोगिता को सार्थक करते हुए 166 प्रतिशत की दर से इसका उपयोग पूर्वाञ्चल एक्सप्रेसवे , इलाहाबाद झ्रलखनऊ राजमार्ग , लखनऊ- वाराणसी राजमार्ग सहित अन्य बड़े परियोजनाओं में किया जा रहा है । ऊंचाहार को कोविड के दौरान किए गए सामाजिक कार्यो की वजह से पब्लिक रिलेशन सोसाइटी द्वारा 2 स्वर्ण पदक से नवाजा गया। एनटीपीसी समूह की कुल स्थापित क्षमता वित्त वर्ष 2020-21 में 4160 मेगावाट क्षमता वृद्धि के साथ 5.96 फीसदी बढ़कर 65810 मेगावाट हो गई। स्वायत्त आधार पर, एनटीपीसी क्षमता 4.03 फीसदी बढ़कर 52385 मेगावाट हो गई। बिजली उत्पादन के साथ, एनटीपीसी ने ई-मोबिलिटी, वेस्ट-टू-एनर्जी जैसे विभिन्न नए व्यावसायिक क्षेत्रों में भी काम किया है।