नई दिल्ली। ऊर्जा दक्षता क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने भारत के साथ ही वैश्विक स्तर पर ऊर्जा दक्षता कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के 10 साल पूरे कर लिए हैं और इस दौरान उसके प्रयासों से 58 अरब केडब्लूएच ऊर्जा की बचत हो सकी है और विश्व भर में 4.6 करोड़ टन विषैली गैसों (जीएचजी) के उत्सर्जन को रोका जा सका है। वर्ष 2009 में ऊर्जा दक्षता की संभावना को आगे बढ़ाने के लिए स्थापित ईईएसएल ने 10 वर्षों में भारत, ब्रिटेन, पश्चिम एशिया, दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया में अपने कार्यालयों के माध्यम से प्रगति की है।
ईईएसएल का राजस्व 114.96 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 2013-14 के 26 करोड़ रुपये से बढ़ कर वित्त वर्ष 2018-19 में 2565 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। अपने विकास के साथ ईईएसएल अब अगले तीन वर्षाें में 10,000 करोड़ रुपये की कंपनी बनने का लक्ष्य तय किया है। ऊर्जा और नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने ईईएसएल के पूर्व के सभी अध्यक्षों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को कंपनी के विकास और विस्तार में योगदान के लिए सोमवार को यहां आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि भारत के जलवायु परिवर्तन संबंधी कदमों में ऊर्जा दक्षता और संरक्षण संबंधी प्रयास बहुत महत्वपूर्ण रहे हैं।
ऊर्जा दक्षता संबंधी प्रयासों की हमारी गति और स्तर अभूतपूर्व रहा है, जिसके व्यापक प्रभाव को वैश्विक स्तर पर सराहा गया है और दुनिया इसे अपनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि आने वाले ऐसे वर्षों के दौरान ईईएसएल ऊर्जा संबंधी ऐसा संवहनीय, आसानी से उपलब्ध और भरोसेमंद भविष्य उपलब्ध करवाने के लिए अभिनव समाधान उपलब्ध करवाने के अपने प्रयास जारी रखेगी। सिंह ने इस दौरान सरकार के स्मार्ट मीटर राष्ट्रीय कार्यक्रम (एसएमएनपी) के अंतर्गत देश भर में 10 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने की घोषणा की। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और बिहार में चल रहे ये स्मार्ट मीटर बिजली वितरण व्यवस्था में कार्यदक्षता बढ़ाने का लक्ष्य रखते हैं जिससे बेहतर सेवा आपूर्ति संभव हो सकेगी।
इसके साथ ही उन्होंने 100 मेगावॉट की कुल क्षमता वाले कृषि फीडरों से जुड़े विकेंद्रित सौर ऊर्जा प्लांट की कमिशंिनग की घोषणा की। प्रत्येक सब स्टेशन में इन सौर ऊर्जा प्लांट की क्षमता 0.5 मेगावॉट से लेकर 10 मेगावॉट के बीच अलग-अलग है। ये विकेंद्रित सौर ऊर्जा प्लांट संबंधित कृषि फीडर के माध्यम से प्रति दिन किसानों की जरूरतों को पूरा करते हैं और उन्हें दिन के समय में बिजली सेवा उपलब्ध कराते हैं। मंत्री ने एसएमएनपी, राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक परिवहन कार्यक्रम और सौर ऊर्जा संबंधी पहल का डैशबोर्ड भी लांच किया ताकि कार्यक्रमों की रीयल टाइम प्रगति और पारदर्शी तरीके से निगरानी की जा सके।
मोबाइल ऐप झ्रएक ईईएसएल- भी लांच किया गया , जहां ईईएसएल की ओर से लागू किए जा रहे सभी कार्यक्रमों के डैशबोर्ड एक जगह उपलब्ध हैं और इनके माध्यम से कोई भी व्यक्ति इसकी रीयल टाइम प्रगति देख सकता है। राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक परिवहन कार्यक्रम के संबंध में मंत्री ने बताया कि ईईएसएल की ओर से उतारे गए इलेक्ट्रिक वाहनों ने कुल 2 करोड़ किलोमीटर का सफर पूरा कर लिया है। कार्यक्रम के दौरान ईईएसएल और थाईलैंड सरकार के गृह मंत्रालय की प्रोविंशियल एनर्जी ऑथरिटी ने एक करार किया जिसके माध्यम से थाईलैंड की लघु और मध्यम इकाइयों में ऊर्जा दक्षता संबंधी उपायों को लागू करने की दिशा में दीर्घकालिक सहयोग किया जाएगा।