मुंबई। सूचना एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) की समग्र आमदनी चालू वित्त वर्ष की 31 दिसंबर 2019 को समाप्त तिमाही में 5.64 प्रतिशत बढ़कर 40,672 करोड़ रुपये पर पहुँच गयी। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही उसकी कुल आमदनी 38,501 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी के निदेशक मंडल की यहाँ हुई बैठक के बाद जारी वित्तीय परिणाम के अनुसार, आलोच्य तिमाही में समग्र आधार पर उसका व्यय 7.58 प्रतिशत बढ़कर 29,880 करोड़ रुपये हो गया।
एक साल पहले समान अवधि में यह आँकड़ा 27,774 करोड़ रुपये रहा था। आमदनी के मुकाबले व्यय अधिक बढ़ने से कंपनी का मुनाफा मात्र 0.27 फीसदी बढ़ा। पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के 8,121 करोड़ रुपये से बढ़कर मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में यह 8,143 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। निदेशक मंडल ने शेयरधारकों को पाँच रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश देने की भी मंजूरी दी है। यह वित्त वर्ष का तीसरा अंतरिम लाभांश होगा।
एक रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक शेयर के बदले शेयरधारक को पाँच रुपये का लाभांश दिया जायेगा। इसका भुगतान 31 जनवरी को किया जायेगा। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक राजेश गोपालन ने कहा कि वित्त वर्ष के पहले छह महीने के दौरान आईटी क्षेत्र में जो ट्रेंड बना था वह तीसरी तिमाही में भी जारी रही।
यूरोप में कंपनी की स्थिति और मजबूत हुई है जहाँ पिछले पाँच साल में राजस्व दुगुने से भी ज्यादा हो गया है। आलोच्य तिमाही में कंपनी का घरेलू कारोबार 6.4 प्रतिशत बढ़ा। यूरोप में 15.9 प्रतिशत, पश्चिम एशिया में 10.8 प्रतिशत और ब्रिटेन में 7.5 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि देखी गयी। उत्तरी अमेरिका में उसका कारोबार 4.1 फीसदी और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में 5.7 फीसदी बढ़ा। लैटिन अमेरिका में इसमें 6.2 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई।