नई दिल्ली। ‘छलांग’ की कहानी लोगों को काफी पसंद आ रही है। फिल्म की कहानी, प्रेजेंटेशन, डायलॉग और एक्टिंग सभी मोर्चे पर खरी उतरी है। राजकुमार राव की ‘छलांग’ में देसी पन नजर आ रहा है। इस फिल्म देखते-देखते हंसना तो जरूरी है। अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई यह फिल्म अच्छा दिवाली गिफ्ट है। ये एक ऐसी फिल्म है, जिसे आप फैमिली के साथ देख पूरा मनोरंजन कर सकते हैं। जिंदगी में हिम्मत न हारने की सीछ ये फिल्म देती है।
इस कहानी की शुरुआत हरियाणा में होती है। ‘छलांग’ की कहानी महेंद्र सिंह हुड्डा यानी मोंटू की है। मोंटू एक पीटी टीचर है। मोंटू एक ऐसा कैरेक्टर है, जिसे नौकरी भी उसे अपने पिता के कहने पर उसी स्कूल में मिली है, जिसमें वो बचपन में पढ़ा था। मोंटू अपने काम को सीरियसली नहीं लेता है और मस्ती में जीवन जीता है। फिर कहानी में ट्विस्ट आता है। मोंटू के जीवन में एक नई चमक आती है। ये कोई और नहीं बल्कि कंप्यूटर टीचर नीलिमा है। सब मोंटू की मर्जी मुताबिक ही चलता है। इसी बीच एंट्री होती है एक दूसरे पीटी टीचर की। पीटी टीचर मिस्टर सिंह के आने से मोटू के जिंदगी में तूफान आ जाता है। बात ईगो की हो जाती है और मोंटू कुछ भी कर गुजरने को तैयार हो जाता है।
मोन्टू का किरदार जितना सीधा है, उतना ही मस्तीखोर भी है, लेकिन मोन्टू जो ठान लेता है वो कर देता है। ऐसा ही फिल्म में भी देखने को मिलेगा। फिल्म की कहानी मजेदार है। हल्के-फुल्के सीन लोगों को खूब हंसाते हैं। एक बात दो थोड़ा खटकती है वो है फिल्म की लेंथ। फिल्म की थोड़ा छोटा किया जा सकता था। कुछ-कुछ जगहों पर फिल्म खिंचती नजर आती है।
फिल्म में राजकुमार राव मोन्टू के किरदार में नजर आ रहे हैं। इस रोल को उन्होंने बखूबी निभाया है। हर बार की तरह ही इस बार भी वे रोल में आसानी से ढ़ल गए हैं। उनका बिंदास अंदाज और हरियाणवी लहजा दिल जीत लेता है। वहीं नुसरत भरुचा ने कंप्यूटर टीचर का रोल प्ले किया है। वे बेहद खूबसूरत दिख रही हैं। वे भी कहीं चूकती नजर नहीं आती हैं। जीशान अय्यूब का भी अपना अलग स्टाइल है और एक्टिंग उनकी भी लाजवाब है। मोन्टू के पिता के रोल में सतीश कौशल, दोस्त और टीचर के रोल में सौरभ शुक्ला, मां के रोल में बलजिंदर कौर और स्कूल की प्रिंसिपल के रोल में ईला अरुण ने कमाल का काम किया है। डायरेक्टर हंसल मेहता फिल्म को सही मोड़ दिया है। कहानी को लव रंजन ने लिखा है।