मुम्बई। वर्ष 1943 में अनिल विश्वास को बांबे टॉकीज निर्मित फिल्म 'किस्मत' के लिये संगीत देने का मौका मिला। यूं तो फिल्म किस्मत मे उनके संगीतबद्ध सभी गीत लोकप्रिय हुये लेकिन ..आज हिमालय की चोटी से फिर हमने ललकारा है दूर हटो ए दुनियां वालो हिंदुस्तान हमारा है.. के बोल वाले गीत ने आजादी के दीवानों में एक नया जोश भर दिया।
अपने गीतों को अनिल विश्वास ने गुलामी के खिलाफ आवाज बुलंद करने के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया और उनके गीतों ने अंग्रेजों के विरूद्व भारतीयों के संघर्ष को एक नई दिशा दी। यह गीत इस कदर लोकप्रिय हुआ कि फिल्म की समाप्ति पर दर्शकों की फरमाइश पर इस सिनेमा हॉल में दोबारा सुनाया जाने लगा। इसके साथ ही फिल्म 'किस्मत' ने बॉक्स आफिस के सारे रिकार्ड तोड़ दिये। इस फिल्म ने कलकत्ता के एक सिनेमा हॉल मे लगातार लगभग चार वर्ष तक चलने का रिकॉर्ड बनाया।