टाटा समूह की हेल्थकेयर यूनिट टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक्स ने आज अपनी कोविड-19 परीक्षण किट लॉन्च की है। यह दिसंबर से प्रयोगशालाओं और अस्पतालों में उपलब्ध कराई जाएगी। यह जानकारी टाटा ग्रुप के सीआईओ गिरीश कृष्णमूर्ति ने दी है। सरकार ने टाटा के टेस्ट किट को मूंजरी दे दी है जो सिर्फ 90 मिनट में कोरोना वायरस का परिणाम बताता है।
इस टेस्ट किट को चेन्नई स्थित टाटा के संयंत्र में बनाया जाएगा। इस प्लांट में एक महीने में 10 लाख किट बनाने की क्षमता है। टाटा द्वारा बनाई गई टेस्ट किट की जांच की सटीकता का स्तर पारंपरिक आरटी-पीसीआर जांच जितना ही है, लेकिन यह कम समय, कम लागत में परिणाम देती है और इसका इस्तेमाल भी आसान है।
सीएसआईआर पहले दे चुका है मंजूरी : वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद पहले ही टाटा के टेस्ट किट को मंजूरी दे चुका है। सितंबर महीने में सीएसआईआर ने एक बयान में कहा था, ‘‘टाटा टेस्ट किट में सार्स-कोव-2 वायरस के जीनोमिक अनुक्रम का पता लगाने के लिए एक स्वदेशी रूप से विकसित, अत्याधुनिक सीआरआईएसपीआर तकनीक का उपयोग किया गया है।’’
इस तकनीक को सीएसआईआर-आईजीआईबी द्वारा विकसित किया गया है। टाटा कंपनी ने कहा कि यह जांच सटीक परिणाम देने में पारंपरिक आरटी-पीसीआर परीक्षण के समतुल्य है। इसके अलावा यह सस्ता और कम समय में परिणाम देता है। इस पद्धति का प्रयोग भविष्य में अन्य महामारियों के परीक्षण में भी किया जा सकेगा।