नई दिल्ली। भारत में आप को पहली बार आसमान में उड़ने वाले कारें जल्द देखने को मिलेगी। क्योकि देश और दुनिया की बड़ी कार निर्माता कंपनी अब नीदरलैंड की पाल वी कंपनी गुजरात में फ्लाइंग कार का निर्माण करेगी। भारत में जल्द ही उड़ने वाली कार का निर्माण काम शुरू हो सकता है। अगले साल तक भारत में उड़ने वाली कार बनाने लगेगी। पाल वी कंपनी के उपाध्यक्ष कार्लो मासबोमिले ने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के साथ इसका करार किया है।
आसमान में उड़ने वाले कारें अब भारत में भी जल्द देखने को मिलेगी। मेक-इन-इंडिया के नाम से ये कारें दर्ज होगी। उड़ने वाली कार बनाने वाली कंपनी PAL-V ने ऐलान किया है कि गुजरात में वो अपनी कार का निर्माण करने वाली है। उड़ने वाली कार का कंपनी ने साल 2018 के जिनेवा इंटरनेशनल मोटर शो में पेश किया था। इसके बाद भारत में ऐसी कारों को उतारने के लिए कंपनी की योजना हैं। यह कार तीन मिनट तक दौड़ते हुए उड़ती कार में तब्दील हो जाएगी।
कंपनी हेलीकॉप्टर के मैकेनिज्म पर आधारित कारों को 2021 तक शुरू करने जा रही है। ऐसे में कंपनी को 100 कारों का एडवांस ऑर्डर भी मिल चुका है। उड़ने वाली कारों को अमेरिका और यूरोपीये देशों में निर्यात किया जाना है। कंपनी का कहना है कि कुछ कारें फिल्मी सेक्टर के लिए भी बनाई जाएगी। उड़ने वाली ये कारें तीन पहियों से लैस है। इस कार की कीमत 4.3 करो़ड़ रुपये तक हो सकती है। इस कार का प्रोडक्शन शुरू हो चुका है।
ऐसे में साल 2021 में कंपनी की पहली कार की डिलीवरी तक शुरू हो जाएगी। कार के अंदरुनी पार्ट्स टाइटेनियम और एलुमनियम के बने होंगे और बॉडी कार्बन फाइबर की रहेगी। कार को आसमां से टेकऑफ करने के लिए 165 मीटर स्थान की आवश्यकता होगी। इसका वजन 680 किलोग्राम होगा। यह कार आसमां में 12500 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकेगी।
कंपनी का कहना है कि गेसोलीन की मदद से कार का संचालन किया जाता है। कार की अधिकतम रफ्तार 322 किलोमीटर प्रति घंटा के हिसाब से है। आसमान में उड़ने के अलावा यह कार सड़क पर भी 180 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी। कार का इंजन 230hp 4-सिलेंडर से युक्त है। कार में दो जने आराम से बैठकर उड़ान भर सकते हैं।