इस साल सावन के महीने में दो पूर्णिमा हैं। सावन की पहली पूर्णिमा आज यानी कि 1 अगस्त को है वहीं दूसरी पूर्णिमा 30 अगस्त को मनाई जाएगी। सावन की पहली पूर्णिमा अधिकमास में पड़ने की वजह से बहुत ही खास मानी जा रही है। हिंदू धर्म में पूर्णिमा को हमेशा ही खास माना जाता रहा है। इस तिथि को लोग गंगा स्नान करने जाते हैं और गरीबों को खूब दान-पुण्य करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि अधिकमास की पूर्णिमा पर दान-पुण्य करने से श्रीहरि और भगवान शिव दोनों का आशीर्वाद बरसता है और सुख-समृद्धि घर आती है।
धन की बढ़ोतरी के लिए सावन की पूर्णिमा पर कई उपाय बताए गए हैं। मान्यता है कि पीपल के पेड़ पर जल में दूध और गुलाब की पत्तियां मिलाकर चढ़ाने से माता लक्ष्मी की कृपा बरसने लगती है। ऐसे कई काम हैं जिनकों अगर अधिकमास की पूर्णिमा की रात को किया जाए तो माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपनी कृपा बरसाती हैं। कौन से वो काम हैं जिनको पूर्णिमा की रात को करने से माता लक्ष्मी देती हैं सुख- समृद्धि का आशीर्वाद पढ़ें यहां।
पीपल के पेड़ का उपाय
पूर्णिमा की रात को पीपल के पेड़ के नीचे धन की माता लक्ष्मी की पूजा और आरती करें और सच्चे मन से उनको अपने घर आने का न्योता दें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से माता लश्र्मी प्रसन्न होती हैं और सुख-समृद्धि के रास्ते खोल देती हैं। इस उपाय को करने से आर्थिक तंगी दूर हो जाती है।
सावन की अधिक पूर्णिमा तिथि मंगलवार को पड़ना बहुत शुभ मानी जाती है। रात को बजरंगबली के सामने चमेली के तेल का दीपक जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें और भगवान के सामने अपनी मनोकामना कहें, इस उपाय को करने से ईश्वर की विशेष कृपा बरसने लगती है।
पूर्णिमा के चांद का उपाय
प्रेग्नेंट महिलाओं को पूर्णिमा की रात को चांद की रोशनी में कुछ समय खड़े होना चाहिए। इस तरह से खड़े होना चाहिए कि चांद की रोशनी उनकी नाभि पर जरूर पड़े। इस उपाय को करने से गर्भ में पल रहा बच्चा बहुत ही बहादुर और तेज दिमाग वाला बन सकता है। अगर पैसे की किल्लत से जूझ रहे हैं और धन आगमन का कोई जरिया आपको नहीं सूझ रहा है तो पूर्णिमा की रात को निकलते हुए चांद को कच्चे दूध में चावल और चीनी मिलाकर अर्घ्य दें। मान्यता है कि इस उपाय को लगातार कुछ पूर्णिमा तक करने से धन आगमन के बंद रास्ते खुल जाते हैं।