नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनानों की रणभेरी बज चुकी है। सभी दल अपने उम्मीदवार उतारने के साथ अपनी अपनी पार्टी की जीत के दावे कर रहे हैं। इस बीच यूपी कांग्रेस (UPCC) ने इस बार का चुनावी महासमर जीतने के लिए खास इंतजाम किए हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर कांग्रेस ने लगभग 2 लाख प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की एक बड़ी टीम तैयार की है। कांग्रेस के मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के वाइस चेयरमैन डॉ. पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि कांग्रेस की 'विचार सेना' यूपी में काफी मददगार होगी. इससे पार्टी को नई मजबूती मिलेगी. चुनाव में भी इस टीम की बड़ी भूमिका होगी। यूपी की 388 विधान सभाओं में अब तक 470 प्रशिक्षण शिविर लगाकर ये टीम तैयार हुई है। लोगों का कहना है। कि ऐसे समय जब यूपी के चुनाव को द्विध्रुवीय यानी बीजेपी (BJP) और समाजवादी पार्टी (SP) के बीच बनाने
की तैयारी है। ऐसे में प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के नेतृत्व में नई ताकत जुटा रही कांग्रेस पार्टी का आत्मविश्वास सभी को चौंका रहा है। पार्टी ने अपने 125 प्रत्याशियों की सूची में 50 महिलाओं को टिकट देकर अपने इरादे साफ कर दिए हैं। प्रदेश की आधी आबादी तक अपना संदेश पहुंचाने और उनका समर्थन हासिल करने के लिए इस तरह के फैसले लिए जा रहे हैं। कांग्रस के रणनीतिकारों का मानना है कि ऐसे फैसलों के साथ इस बार यूपी में पार्टी की एक खास यूनिट पूरे दमखम से काम कर रही है। जिसे ‘विजय सेना’ यानी ‘विचार सेना’ नाम दिया गया है. इसे कांग्रेस की अदृश्य ताकत भी कहा जा सकता है। क्योंकि इसकी तैनाती यूपी के कोने-कोने यानी चप्पे चप्पे में की गई है. इस सेना में पार्टी की विचारधारा से लैस प्रशिक्षित कार्यकर्ता हैं। जो न सिर्फ चुनावी मोर्चे पर तैनात हो गये हैं!
बल्कि आने वाले दिनों में भी बड़ी भूमिका निभाने को तैयार हैं। इस टीम को तैयार करने पर कांग्रेस बीते कई महीनों से चुपचाप काम कर रही थी कांग्रेस की इस मुहिम को संभाल रही टीम का कहना है। कि पार्टी ने इसके लिए ‘प्रशिक्षण से पराक्रम’ कार्यक्रम की परिकल्पना की और पिछले साल जुलाई में पूरे प्रदेश को सात क्षेत्रों में बांटकर प्रशिक्षण शिविर लगाये गयेसे 8 जुलाई 2021 के बीच आयोजित इन दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविरों में जिला, शहर और ब्लॉक अध्यक्षों को प्रशिक्षित किया गया. इन प्रशिक्षण शिविरों में कांग्रेस की विचारधारा पर विस्तार से चर्चा की गई इस दौरान प्रदेश में बाकी विपक्षी राजनीतिक पार्टियों की निगेटिव भूमिका, सोशल मीडिया के प्रभावी इस्तेमाल और बूथ मैनेजमेंट की बारीकियों से इन सैनिकों को रूबरू कराया गया। अगले चरण में सभी 75 जिला मुख्यालयों पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये गये जिनमें ब्लाक कमेटी सदस्यों के अलावा न्याय पंचायत और वार्ड के अध्यक्ष शामिल हुए!
इसके बाद विधानसभा स्तर पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये गये. अब तक 388 विधानसभाओं में 399 प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। जिनमें ब्लाक कमेटी, न्याय पंचायत, वार्ड और ग्राम कमेटी के अध्यक्ष शामिल हुए. वहीं क्षेत्र जिला और विधानसभा स्तर पर कुल मिलाकर 470 प्रशिक्षण शिविरों में 1 लाख 90 हजार कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी गई पार्टी इस खास यूनिट को तैयार करने के लिए लगाए जा रहे शिविरों को कितनी गंभीरता से ले रही थी, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है। कि बीच-बीच में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने खुद प्रशिक्षण शिविरों को ऑनलाइन संबोधित किया. इससे कार्यकर्ताओं का जोश कई गुना बढ़ा डा.पंकज श्रीवास्तव कहते हैं। कि यूपी, RSS के उस अभियान की प्रयोगभूमि बना हुआ है। जिसके निशाने पर देश का संविधान है। बीजेपी तो उसका मुखौटा भर है। जिससे लड़ने के लिए सिर्फ चुनाव का मैदान काफ़ी नहीं है।
आरएसएस को विचार के मोर्चे पर भी परास्त करना होगा वरना गुणा-गणित से मिली चुनावी जीत बेमानी हो जाएगी। आरएसएस के दुष्प्रचार ने जिस तरह बुद्ध, कबीर, रैदास की भूमि पर उनकी शिक्षाओं से उलट नफ़रत की आंधी पैदा करने की कोशिश की है उसका मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने यह विचार सेना तैयार की है। कांग्रेस के ये वैचारिक योद्धा सिर्फ चुनाव में बूथ मैनेजमेंट जैसा अहम ज़िम्मेदारी नहीं निभायेंगे बल्कि यूपी की गंगा-जमुनी तहज़ीब की रक्षा के लिए गांव-गांव मोर्चा संभालेंगे। कांग्रेस की विचारधारा से लैस ये सिपाही हर चौराहे पर आरएसएस के दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए तैयार हैं।