केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का मां माधवी राजे का निधन हो गया है। वह बीते कई दिनों से दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती थीं। उनके निधन के चलते ग्वालियर राजघराने को बड़ी क्षति पहुंची है। दिल्ली से लेकर मध्य प्रदेश तक शोक की लहर भी है। दरअसल राजे बीते कुछ दिनों से वेंटिलेटर पर थीं, एम्स में उनके सेप्सिस के साथ निमोनिया का उपचार भी चल रहा था। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यालय से उनकी माता के निधन की जानकारी दी गई है।
70 वर्षीय माधवी राजे सिंधिया बुधवार की सुबह 9।28 बजे अंतिम सांस ली। वह बीते तीन महीनों से बीमार चल रही थीं। यही वजह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया में लोकसभा चुनाव का प्रचार छोड़ बीचे में ही दिल्ली में डेरा जमाए हुए थे। बताया जा रहा है कि उनका अंतिम संस्कार ग्वालियर में गुरुवार यानी 16 मई को सुबह 11 बजे किया जाएगा।
बता दें कि माधवी राजे सिंधिया मूल रूप से नेपाल की रहने वाली थीं। वह नेपाल के ही राजघराने से संबंध रखती थीं। माधवी राजे के दादा जुद्धशमशेर बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री भी रहे। उन्हें राणा वंश का मुखिया भी कहा जाता था। माधवी राजे का विवाह 1966 में ग्वालियर राज घराने के राजकुमार माधवराव सिंधिया के साथ हुआ। माधवराव सिंधिया के निधन के बाद माधवी राजे ने ही बेटे ज्योतिरादित्य को राजनीति के दांव पेंच भी सिखाए और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी किया।
दूसरी तरफ ग्वालियर स्थित सिंधिया परिवार की छत्री पर माधवी राजे के अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि अंतिम संस्कार के लिए यहां चबूतरा तैयार किया जा रहा है, यह भी जानकारी सामने आ रही है जहां पर माधवराव सिंधिया का अंतिम संक्कार हुआ था उसी के पीछे माधवी राजे सिंधिया का भी अंतिम संस्कार किया जाएगा।