लोकसभा चुनाव 2024 से पहले तृणमूल कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। असंतुष्ट तृणमूल कांग्रेस नेता और बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह भाजपा में शामिल हो गए। दिल्ली में टीएमसी सांसद दिब्येंदु अधिकारी बीजेपी में शामिल हो गए। दिब्येंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के भाई हैं। अर्जुन सिंह ने दावा किया कि संदेशखालि मामले के कथित सरगना शाहजहां शेख के पास स्थानीय टीएमसी विधायक पार्थ भौमिक के सक्रिय संरक्षण में नैहाटी में बड़े पैमाने पर जमीन और अन्य संपत्तियां हैं। अर्जुन सिंह ने बैरकपुर लोकसभा सीट से पार्टी का टिकट नहीं मिलने के बाद कहा कि वह भाजपा में लौटे। वह अभी बैरकपुर लोकसभा सीट का प्रतिनिधत्व करते हैं।
सिंह 2022 में टीएमसी में शामिल हुए थे, जबकि उनकी संसद सदस्यता बरकरार रही थी। उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं 2022 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुआ, तो मुझसे वादा किया गया था कि मुझे बैरकपुर लोकसभा सीट से टीएमसी के उम्मीदवार के रूप में फिर से नामांकित किया जाएगा। लेकिन पार्टी ने अपना वादा नहीं निभाया और मुझे धोखा दिया, इसलिए, मैंने भाजपा में वापस लौटने का फैसला किया है।’’ साल 2019 में अर्जुन सिंह टीएमसी से भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्होंने बैरकपुर में टीएमसी के तत्कालीन उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी को हराया था। तीन साल बाद टीएमसी में लौटते हुए उन्होंने भाजपा से जुड़ने को एक 'गलत कदम' करार दिया था।