नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता शाहजहां शेख की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही। गुरुवार को एक बार फिर से प्रवर्तन निदेशालय ने उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में शाहजहां शेख के ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी ने इस कार्रवाई को शाहजहां शेख के जरिए संदेशखाली और उसके आस-पास की जमीनों को कब्जा करने के मामले में की। इसके साथ ही केंद्रीय एजेंसी ने इस मामले में पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया है। ईडी ने गुरुवार सुबह-सुबह शेख के कुल चार ठिकानों पर रेड मारी। इस दौरान केंद्रीय एजेंसी के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान भी थे।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में जनवरी में ईडी की टीम छापेमारे करने के लिए पहुंची थी। ये कार्रवाई राशन घोटाले के मामले में की गई थी। जब ईडी की टीम वहां पहुंची तो शाहजहां के समर्थकों ने उनपर हमला कर दिया। इस हमले में ईडी के कई अधिकारी घायल हो गए थे। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। अदालत के फैसले के बाद शाहजहां शेख की कस्टडी और ईडी पर हमले का मामला भी अब सीबीआई के पास है। इसी के चलते सीबीआई ने अब शाहजहां के भाई आलमगीर शेख को भी समन भेजा है।
ईडी पर हमला होने के बाद शाहजहां शेख फरार हो गया है। जिसे पिछले दिनों पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं दूसरी ओर सीबीआई इस हमले के मामले में शाहजहां शेख के भाई आलमगीर से पूछताछ करने वाली है। बता दें कि शाहजहां शेख के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान ईडी की टीम पर 3000 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया था। अब सीबीआई भीड़ को इकट्ठा करने में आलमगीर की भूमिका के बारे में पता लगा रही है। इस मामले में शाहजहां शेख पहले सी ही मास्टरमाइंड है। हालांकि ये भी माना जा रहा है कि इस काम को उसने अकेले अंजाम नहीं दिया होगा। इसलिए सीबीआई ने आलमगीर शेख को भी समन भेजा है।
ईडी की टीम पर हुए हमले की जांच में जुटी सीबीआई हर एंगल से जांच कर रही है और सबूत जुटा रही है। इसमें शाहजहां शेख का मोबाइल भी बड़ी भूमिका निभा सकता है। सीबीआई के मुताबिक, 5 जनवरी 2024 को जब ईडी की टीम पर हमला किया गया उस दिन शाहजहां शेख ने 28 लोगों को कॉल किया था। ये सभी कॉल मात्र आधे घंटे के भीतर ही किए गए थे। इनमें से 28 कॉल्स उसने अपने दो मोबाइल फोन से किए थे। ऐसा माना जा रहा है कि शाहजहां शेख ने ये सभी कॉल लोगों की भीड़ जुटाने के लिए ही किए थे।