रांची। झारखंड के दुमका के हंसडीहा थाना क्षेत्र में एक स्पेनिश महिला के साथ हुए सनसनीखेज गैंगरेप केस में पुलिस जांच जारी है। इसी बीच जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने पीड़िता को 10 लाख रुपए (11126.20 यूरो) का मुआवजा दिया है। यह मुआवजा झारखंड विक्टिम कंपनसेशन स्कीम के तहत दिया गया है। डीसी ए।दोड्डे, एसपी पीताम्बर सिंह खैरवार और पीडीजे अनिल कुमार मिश्रा की मौजूदगी में मुआवजे का चेक पीड़िता के पति को सौंपा गया है। इस मौके पर एक स्पेनिश जर्नलिस्ट भी मौजूद थी। चेक लेने के बाद पीड़िता के पति ने पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई पर संतोष जताते हुए कहा कि वो अब तक की जांच से संतुष्ट हैं।
इस गैंगरेप केस की जांच कर रही झारखंड पुलिस की एसआईटी ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। उन्हें रविवार को मेडिकल जांच के बाद फर्स्ट क्लास जुडिशल मजिस्ट्रेट सार्थक शर्मा की कोर्ट में पेश किया गया था। वहां जज ने सुनवाई के बाद तीनों को ज्यूडिशियल कस्टडी में दुमका सेंट्रल जेल भेज दिया था। दूसरी तरफ विदेशी दंपति को भी 164 के बयान के लिए कोर्ट में पेश किया गया था। उनके बयान दर्ज किए जा चुके हैं। इस केस की जांच एसआईटी और सीआईडी मिलकर कर रही है। उसकी अगुवाई में घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने के मकसद से रांची से एफएसएल की टीम भी पहुंची। वहां से पीड़िता की घड़ी बरामद की गई।
बताते चलें कि गैंगरेप की वारदात दुमका के हंसडीहा थाना क्षेत्र के कुरमापहाड़ी पहाड़ी क्षेत्र में हुई है। यहां स्पेन की रहने वाली महिला अपने पति के साथ घूमने पहुंची थी। दोनों टूरिस्ट वीजा पर भारत आए हुए हैं। पाकिस्तान से बांग्लादेश होते हुए झारखंड के दुमका में पहुंचे थे। यहां हंसडीहा थाना क्षेत्र के कुंजी गांव में टेंट लगाकर रात को रुके हुए थे। उनको नेपाल जाना था। शुक्रवार की रात करीब आठ से दस लोग वहां पहुंचे और महिला के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद रेप पीड़िता को पुलिस एस्कॉर्ट के साथ दुमका सदर अस्पताल लाया गया। पीड़िता अपने पति के साथ खुद बाइक चलाते हुए दुमका के सरकारी अस्पताल पहुंची थी।
पीड़िता और उसके पति की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी थी। पीड़िता ने पुलिस के सामने जो आपबीती बताई उसे सुनकर हर किसी का दिल दहल उठा। उसने बताया था कि रात को सात लोग उसके टेंट में घुस गए थे। उन लोगों ने पहले उन्हें जमकर मारापीटा। इसके बाद उनके हाथ पैर बांध दिए। पीड़िता महिला ने बताया, 'मुझे लग रहा था कि वो लोग उस रात मेरी हत्या कर देंगे, लेकिन भगवान की कृपा से मैं अभी भी जिंदा हूं।' उसका आरोप है कि आरोपियों ने उनसे 300 डॉलर, 11 हजार रुपए और एक डायमंड रिंग भी लूटकर ले गए। आरोपियों में एक 30 साल और अन्य 20-22 साल के थे।
विदेशी महिला से गैंगरेप मामले को लेकर विपक्ष ने सदन में मामला उठाया। भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी निंदा करते हुए दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बताया। प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा था कि हेमंत सोरेन पार्ट 2 सरकार में महिलाएं पूरी तरह से असुरक्षित हैं। अविलंब दोषियों की गिरफ्तारी की जाए और स्पेनिश महिला को हरसंभव सहायता पहुंचाई जाए। इस घटना की गूंज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पटल पर भी सुनाई देगी। इस घटना ने राज्य सरकार की विधि व्यवस्था की पोल खोल दी है। यह राज्य सरकार के मुंह पर करारा तमाचा है। राज्य सरकार को अविलंब कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। फिलहाल झारखंड पुलिस इस मामले की तत्परता से जांच में जुटी हुई है।